• Home
  • India
  • Rajasthan
  • Alwar
  • Politics
  • SPORTS
  • ECONOMY
  • Science & Tech
  • Jobs
  • HEALTH
  • Bollywood
  • blog
    August 24, 2024

    सैन्य क्षेत्र के करीब तक पहुंच गया अल कायदा, पास में संवेदनशील नल्हड़ मंदिर, फिर भी बेखबर रही पुलिस

    दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सारेकलां के जिन पहाड़ों में अल-कायदा का आतंकी ट्रेनिंग कैंप पकड़ा है, वो बेहद संवेदनशील है। इसके 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में भारतीय वायु सेना का प्रतिबंधित क्षेत्र और नूंह का नल्हड़ महादेव मंदिर है, जहां वर्ष 2023 में दंगे हुए थे। जिन पहाड़ों से श्रद्धालुओं पर गोलियां बरसी, वह स्थान भी महज 8 किमी दूर है। इतना होने पर भी राजस्थान और हरियाणा पुलिस और इनकी खुफिया विंग नहीं चेती। देश के राजधानी से सटे इलाके में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई अंजाम दी। जानकारी के अनुसार 6 संदिग्धों के पास हथियार भी मिले हैं। दिल्ली पुलिस पीआरओ आईपीएस सुमन नलवा के मुताबिक पकड़े गए 6 संदिग्ध आतंकी हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रहे थे। नेटवर्क झारखंड और यूपी तक फैला है। कुल 8 लोग पकड़े गए हैं। जिनसे हथियार, गोला-बारूद, आतंकी विचारधारा की किताबें इनके पास मिली हैं। रांची में 15 स्थानों और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी छापेमारी की गई है। मॉड्यूल का सरगना रांची का डॉ. इश्तियाक बताया गया है। जो देश में खिलाफत डिक्लेरेशन के

     

    साथ बड़ी आतंकी वारदातें प्लान कर रहा था।

     

    अलकायदा मॉड्यूल का लिंक जुलाई 2021 में भी सामने आया था। तब तिजारा थाने के गांव बैंगनहेड़ी के असरुदीन को जयपुर रेंज अईजी की टीम ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के सोशल मीडिया पर संचालन को लेकर गिरफ्तार किया था। उसके पास से देश विरोधी सामग्री मिली थी। मोबाइल में जिहादी और राष्ट्र विरोधी मानसिकता वाले कई ग्रुप से जुड़ा मिला था। टेलीग्राम पर वह 51 लोगों का इस्लामिक मीडिया नाम का ग्रुप चला रहा था। जिनमें 9 कश्मीरी, 9 पाकिस्तानी व शेष ईरान, म्यांमार व मेवात से थे। तब जांच में खुलासा हुआ कि असरूद्दीन अलकायदा के मॉड्यूल के हिसाब से सेकेंड स्टेज तक पहुंच चुकी था। टेलीग्राम के 50 से अधिक चैनल से जुड़ा था। अल-कायदा से जुड़े लोगों के #313 मुजाहिद, लेकर रहेंगे आजादी, शरीयत ए शहादत, मौलाना की तकरीर में एक्टिव था। वहीद पुलवामा नाम के अलगाववादी सहित अन्य के लिए वो बेहतर वर्कर का दर्जा पा चुका था और लोकल युवाओं को जोड़कर ब्रेन वॉश का जिम्मा संभाल रहा था। महाराष्ट्र-गुजरात में नेटवर्क बना रहा था। वर्ष 2019 में भी पुलिस के राडार पर आया था। तब उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, मगर वह स्लीपर सेल के बतौर सक्रिय बना रहा।

     

    नल्हड़ मंदिर

     

    रिकॉलः तीन साल पहले भी बैंगनहेड़ी में पकड़ा गया था अल कायदा का स्लीपर एजेंट

     

    यहां कैंपपकड़ा

     

    सारेकलां का पहाड़ी क्षेत्र जहां संदिग्ध आतंकी ट्रेनिंग कैंप चल रहा था (गुलाबी रंग) वायुसेना की तारबंदी वाला क्षेत्र (पीले रंग में) नलहड महादेव मंदिर का क्षेत्र (नारंगी स्पॉट)

     

    उद्योग नगरी भिवाड़ी के समीप आतंकी गतिविधि चल रही थी। हैरानी की बात ये है

     

    कि पकड़े गए लोग यहां हथियार चलाना सीख रहे

    Tags :
    Share :

    Top Stories