अलवर में राधा ज्वेलर्स से 38 लाख रुपए के जेवर लूटने वाले बदमाशों में से एक को पुलिस ने पांच दिन बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी की हालत ऐसी रही कि वह जमीन पर पैर तक नहीं रख पा रहा था। मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल लाया गया तो तीन पुलिसकर्मियों ने उसे कार से उतारकर अंदर पहुंचाया। बाद में वारदात की तस्दीक कराने के लिए उसे राधा ज्वेलर्स भी ले जाया गया, जहां वह लाठी के सहारे चलता दिखा।
70% ज्वेलरी बरामद, दो आरोपी अभी फरार
अलवर एसपी के अनुसार मुख्य आरोपी सागर उर्फ संजय (झज्जर, हरियाणा) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से करीब 70% लूटी गई ज्वेलरी भी बरामद हुई है। लूट में शामिल उसके साथी विकास और मोहित की तलाश जारी है। तीनों आरोपी हरियाणा के झज्जर जिले के इस्माइलपुर गांव के निवासी हैं।
अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 50 जवानों की 7 टीमें लगाई थीं।
कैसे हुई थी वारदात
22 नवंबर दोपहर 3 बजे तिजारा रोड स्थित मोहनलाल सोनी की दुकान राधा ज्वेलर्स में तीन बदमाश हथियारों के साथ घुसे।
- एक बदमाश ने दुकान मालिक के गले पर दराती रख दी,
- दूसरा तिजोरी से जेवर भरने लगा,
- तीसरा बदमाश बाहर कट्टा लेकर खड़ा था, बाद में वह भी अंदर घुसकर मारपीट में शामिल हुआ।
सिर्फ 1 से 1.25 मिनट में पूरी लूट को अंजाम देकर बदमाश बाइक से चिकानी रोड की ओर फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार तीनों बदमाश लूट से पहले शहर में कई जगह घूमे थे और शहर से अनजान होने के कारण गूगल मैप के जरिए रेकी की थी।
लूट की वजह: साथी की जमानत और कर्ज
एसपी ने बताया कि आरोपी सागर व उसके तीन साथी पहले भी लूट और आर्म्स एक्ट में जेल जा चुके हैं। तीन की जमानत हो चुकी थी, जबकि चौथा साथी अभी जेल में था। उसकी जमानत कराने के लिए पैसे जुटाने और पुराने कर्ज चुकाने के लिए गिरोह ने फिर लूट की प्लानिंग की।
हरियाणा में दबाव अधिक था, इसलिए इस बार उन्होंने अलवर को निशाना बनाया।
5 दिन से व्यापारियों में गुस्सा
लूट के बाद व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश था। दो दिन पहले व्यापारियों ने चेतावनी दी थी कि बदमाशों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो अलवर बंद किया जाएगा। सर्राफा बाजार भी दो घंटे बंद रखा गया था।
पांच दिन बाद एक आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस को राहत मिली है, लेकिन व्यापारी अभी भी शेष दो बदमाशों की गिरफ्तारी जल्द करने की मांग कर रहे हैं।
