
औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देने और निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से शनिवार को अलवर जिले में जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव के नेतृत्व में तान्या रिजॉर्ट में आयोजित इस कार्यक्रम में 240 औद्योगिक इकाइयों द्वारा 10,147.44 करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस निवेश से 26,605 लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जिसमें अतिथियों ने अलवर के औद्योगिक परिवेश और संभावनाओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री भी देखी। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने निवेशकों और उद्यमियों का स्वागत किया और जिले की औद्योगिक क्षमताओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अलवर जिले की भौगोलिक स्थिति, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और एनएच-8 से जुड़ाव इसे निवेश के लिए विशिष्ट बनाते हैं।
मुख्य घोषणाएं और वक्तव्य
मंत्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ईआरसीपी योजना से जिले को जोड़ा गया है। उन्होंने पर्यटन, उद्योग और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अलवर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं को देखते हुए यहां अपार संभावनाएं हैं।
जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने कहा कि प्रशासन निवेशकों के साथ समन्वय बनाकर उनकी सभी समस्याओं का समयबद्ध समाधान करेगा। उन्होंने बताया कि अलवर में "अतुल्य अलवर अभियान" के माध्यम से स्वच्छता और पर्यावरण अनुकूल विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रमुख क्षेत्रों में निवेश
एग्रोबेस्ट: 52 यूनिट्स, 1163.13 करोड़ रुपये का निवेश, 7,721 रोजगार।
केमिकल सेक्टर: 11 यूनिट्स, 280.80 करोड़ रुपये का निवेश, 751 रोजगार।
शिक्षा: 4 यूनिट्स, 855 करोड़ रुपये का निवेश, 1,020 रोजगार।
होटल और पर्यटन: 50 यूनिट्स, 2622 करोड़ रुपये का निवेश, 6,863 रोजगार।
ऑटोमोबाइल: 12 यूनिट्स, 585.90 करोड़ रुपये का निवेश, 1,405 रोजगार।
मिनरल सेक्टर: 7 यूनिट्स, 153 करोड़ रुपये का निवेश, 389 रोजगार।
मेडिकल: 8 यूनिट्स, 144 करोड़ रुपये का निवेश, 760 रोजगार।
रियल एस्टेट: 54 यूनिट्स, 3242 करोड़ रुपये का निवेश, 4,567 रोजगार।
अन्य क्षेत्र: 42 यूनिट्स, 1101.61 करोड़ रुपये का निवेश, 3,129 रोजगार।
इस निवेश के साथ, अलवर जिले में रोजगार के 26,605 नए अवसर सृजित होंगे, जो स्थानीय विकास और औद्योगिक प्रगति को गति देंगे।
प्रमुख एमओयू
कार्यक्रम में कई प्रमुख कंपनियों ने निवेश के लिए एमओयू साइन किए। इनमें मै. ब्रेन बिल्डेरा फाउंडेशन, लॉर्ड क्लोरो एल्कलीज, महेश एडिबल ऑयल मैन्युफैक्चरर्स, मेटसो ऑटोटेक इंडिया, और अन्य शामिल हैं।
प्रदर्शनी और स्टॉल्स का आकर्षण
कार्यक्रम के दौरान 25 स्टॉल्स लगाए गए, जिनमें औद्योगिक उत्पादों, हस्तशिल्प और स्थानीय उद्यमों का प्रदर्शन किया गया। इनमें हर्बल गुलाल, पेपर मेसी, नागरा जूती, टेराकोटा शिल्प जैसे उत्पाद मुख्य आकर्षण रहे।
निवेशकों का भरोसा और भविष्य की योजना
निवेशकों ने अलवर में निवेश के लिए सकारात्मक अनुभव साझा किए। मंत्री यादव और जिला कलक्टर ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन निवेशकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा। इस आयोजन ने अलवर जिले को औद्योगिक विकास की नई दिशा दी है।